आओ तो सही

लोग मेरे चिट्ठे पर इस को ढ़ूँढ़ते पहुँचेंगे, मुझे अन्दाज़ा न था। पर, ऐसा हुआ है, स्टैटकाउंटर ने बताया। और वह भी जीतू भाई के एक कमेंट की बदौलत। कोई बात नहीं, आओ तो सही, चाहे जिस बहाने आओ।

वैसे यह गनीमत है कि मेरा चिट्ठा इस अनूठी गूगल खोज के चौथे पन्ने पर है। मुझ से पहले अपनी बात, मेरा पन्ना (पुराना), नुक्ताचीनी, फुरसतिया, हाँ भाई, आदि हैं।

अंजन भूषण जी ने इस मुद्दे पर साल भर पहले यह लिखा है।


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Comments

  1. रवि Avatar
    रवि

    हे… हे… हे…

  2. रवि Avatar
    रवि

    हे… हे… हे…

  3. debashish Avatar
    debashish

    Bhaiya, yeh aisa shabd hai jisse Internet chal raha hai. Internet ki duniya mein asli kamai karane ka zariya bhi yahi hai. Jitni jaldi is shabd ka mahatva smajh aa jaye utna achcha.

  4. debashish Avatar
    debashish

    Bhaiya, yeh aisa shabd hai jisse Internet chal raha hai. Internet ki duniya mein asli kamai karane ka zariya bhi yahi hai. Jitni jaldi is shabd ka mahatva smajh aa jaye utna achcha.

  5. अनूप शुक्ला Avatar

    समझ गये क्या बता रहे हैं अनुभव के धनी देबाशीष!

  6. अनूप शुक्ला Avatar

    समझ गये क्या बता रहे हैं अनुभव के धनी देबाशीष!

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